Sat. Apr 19th, 2025

poem

Mulakate 1 min read
आज फिर उनसे मुलाकात हुई , इतने समय की दुरी के बाद , दिलो की कुछ गुफ्तगू हुई ! वह आई थी अपनी मलिकाए पोशाक... Read More
कुछ अलग सा लगने लगा हु खुद को आजकल, जाने ऐसा क्या है जो खुद मन को भाता नहीं। माना कुछ हुआ है, पर क्या... Read More